साइबर अपराध क्या है, बचाव के उपाय और प्रकार क्या है?

साइबर अपराध क्या है, साइबर अपराध से बचाव के उपाय और प्रकार क्या है?

नमस्कार दोस्तों! HindiNote वेबसाइट पर आप सभी का स्वागत है। आज के हिंदी लेख “साइबर अपराध क्या है, साइबर अपराध से बचाव के उपाय और प्रकार क्या है?” (What is Cybercrime, what are the types and ways of prevention from Cybercrime?) कि जानकारी बताई गई है।

साइबर अपराध के बारे में “साइबर अपराध कैसे होता है, साइबर अपराध से बचने के उपाय क्या है, साइबर अपराध के प्रकार क्या है” के बारे में जानने की इच्छा आपके मन में भी जरूर आती होगी लेकिन सही जानकारी नही मिलने के अभाव में आप साइबर Crime के बारे में नही जान पाते हैं।

आज दुनियाभर में फैले Internet (अंतराजाल) नेटवर्क और चारो ओर फैले सूचनाओं के भंडार की आड़ लेकर ही साइबर अपराधी साइबर अपराध को अंजाम देते है। सीधे सीधे शब्दों में बताए तो आज की दुनिया पूरी तरह इंटरनेट पर निर्भर है और पूरी तरह डिजिटल हो चुकी है समय के साथ बदलती टेक्नॉल्जी के साथ हमको भी बदलना आवश्यक है अगर हम नई टेक्नोलॉजी के साथ नही बदलेंगे तो साइबर अपराधी गैर – कानूनी तरीके से हमारे साथ अपराध करते रहेंगे।

आज हर व्यक्ति एंड्रॉयड मोबाइल का उपयोग करता है और करीब 30% लोग कंप्यूटर और लैपटॉप का उपयोग अपने निजी कार्यों में या ऑफिस के कार्यों के लिए उपयोग करते हैं जो एक अच्छी बात है, लेकिन क्या कभी आपने ये सोचा है कि हम Internet के द्वारा मोबाइल और Computer चलाते हैं उसकी सुरक्षा कैसे की जाती है, उसको चलाना आसान है लेकिन सुरक्षा करना बहुत ज़रूरी होता है।

आज आपकी उक्त सभी समस्याओं का समाधान इस लेख में होने वाना है, चलिए आज का CyberCrime लेख शुरू करते है।

साइबर अपराध क्या है?

इंटरनेट का उपयोग कर कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल के द्वारा किया गया कानून विरुद्ध कार्य या अपराध को साइबर अपराध कहते है।

साईबर क्राइम को आप ऐसा भी कह सकते हो कि जब एक व्यक्ति मोबाइल, कंप्यूटर में इंटरनेट का इस्तेमाल कर किसी दूसरे व्यक्ति के साथ छल कपट या धोका कर गैर कानूनी तरीके कार्य को अंजाम देता है तो उस व्यक्ति द्वारा किया गया कार्य साइबर अपराध कहलाता है ओर ऐसे कार्य करने वाले व्यक्ति को साइबर अपराधी कहते है।

Cyber Crime में आपके मोबाइल या कंप्यूटर नेटवर्क या डाटा को छती पहुंचना या फिर आपके नेटवर्क या डाटा का इस्तेमाल कर ऑनलाइन किसी दूसरे गैर कानूनी कार्य को अंजाम देना रहता है।

साइबर अपराध के प्रकार

साइबर अपराध के प्रकार निम्नानुसार हो सकते है –
Identity Theft-
यह अपराध आज काफी ज्यादा दिखने को मिलता है। आज कल न्यूज़ पेपरों में आप पढ़ते होंगे। आज कल लोग बैंक जाने की अपेक्षा ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते है जिसमे आप कोई ट्रांजेक्शन एप या बैंको की ऑनलाइन सर्विस का उपयोग करते हैं ।
ऐसे क्राइम मे, साइबर अपराधी कोई ना कोई गैर कानूनी तरीके से ऑनलाइन आपका पर्सनल डाटा जैसे आपके लेनदेन प्लेटफार्म का Login id या Password, Personal Information, Internet Banking Details, Credit Card Details, Debit Card Details चुरा लेता है, और आपकी निजी जानकारी का इस्तेमाल कर ऑनलाइन प्लेटफार्म पर वस्तु खरीद लेते हैं। इस अवस्था में सामने वाले व्यक्ति के अकाउंट से पैसा कट जाता है और एक भारी हानि झेलना पड़ता है।

Child Ponografy-
ऐसे अपराध में अपराधी खुद Identity छुपाकर फर्जी आईडी बनाकर Chat Room का उपयोग करते है और सामने वाले को धोखे में रखकर बातचीत करते हैं. इसमें छोटे बच्चो को या नाबालिको को इतनी समझदारी नहीं होती ऐसी कंडीशन में अपराधी बच्चो को डराते धमकाते है लेकिन बच्चे माता पिता के डर से ये बात घर वालो या माता पिता को नही बताते हैं। और एब्यूजर्स के शिकार हो जाते है।

Theft-
ऐसे अपराध तब बनता है जब कोई एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति का कॉपीराइट सामग्री बिना उसकी इजाजत के गैर कानूनी तरीके से फ्री में इस्तेमाल करता है।

Cyber Stalking-
यह एक ऐसा साइबर अपराध होता है जिसमे ऑनलाइन Social Media प्लेटफार्म के द्वारा मैसेज या ईमेल कर Blackmail करता है। ऐसे अपराध में ज्यादातर बच्चो को परेशान कर ब्लैकमेल किया जाता है।

Malicios Software-
ऐसा कोई App या Software जिसका बिना जानकारी के अपने कंप्यूटर या मोबाइल फोन में डाउनलोड कर इंस्टॉल कर लेते है तो साइबर अपराधी हमारे सिस्टम की सारी इनफॉर्मेशन बड़ी आसानी से चुरा सकते है या बिगाड़ (Damage) सकते है।

Hacking-
ऐसे अपराध में Hackers किसी दूसरे के निजी कंप्यूटर या मोबाइल मे निजी जानकारी को गैर कानूनी तरीके से बिना इजाजत के देखते और चुराते रहते हैं। ऐसी कंडीशन में सामने वाले व्यक्ति को पता भी नही चलता कोई उसकी information निकलता (acces) रहता है।

SIM Card Cloning –

सिम कार्ड क्लोनिंग सायबर क्राइम का एक नया तारिका साइबर अपराधियों ने अपनाया है। सिम कार्ड क्लोनिंग मैं साइबर अपराधी सिम कार्ड विक्रेता एजेंटों से संपर्क कर या फिर किसी दूसरे बहाने से मोबाइल को अपने हाथ में लेकर चोरी से या धोखे पूर्वक सिम को किसी उपकरण द्वारा कॉपी कर लेना यानी डुप्लीकेट सिम बना लेना सिम क्लोनिंग के कहलाता है। यह एक ऐसा साइबर अपराध का प्रकार है जिससे साइबर अपराधी बिना कोई ओटीपी प्राप्त किए हुए आपके बैंक अकाउंट से पैसा निकाल सकता है।

साइबर अपराध कैसे होता है और किन परिस्थितियों में हो सकता है?

  • मोबाइल या कंप्यूटर में internet का इस्तेमाल कर किसी व्यक्तिगत या सरकार की आर्थिक संपत्ति संबंधित आर्थिक अपराध (Financial froud) करना।
  • डिवाइस में ऐसा वायरस पहुंचना जिससे आपकी डाटा को नुकसान पहुंचाया जा सकता है।
  • आपके नेटवर्क को आपकी जानकारी के बिना गलत कार्यों इस्तेमाल करना जो गैर कानूनी हो।
  • आपके निजी या किसी प्राइवेट या किसी शासकीय कार्यों में उपयोग होने वाले Computer, Laptop या मोबाइल फोन के जीमेल/ईमेल (Gmail/Email) पर ऐसे मेल करना जिस पर आप गलती से क्लिक करते है या कोई गलती से उपयोगी मेल समझ कर पर्सनल जानकारी देने की स्थिति में साइबर अपराध होने की संभावना हो सकती है।
  • Internet की मदद से सोशल साइट्स पर गैर कानूनी फोटो या ऐसी भ्रांतियां फैलाना से भी साइबर क्राइम हो सकता है।
  • मोबाइल फोन में किसी बैंक के नाम से या किसी सरकारी योजना के नाम से मैसेज में कोई फर्जी लिंक शेयर करना भी साइबर अपराध होता है।
  • किसी फर्जी वेबसाइट द्वारा असली वेबसाइट्स से मिलता जुलता नाम रख पब्लिक को ऑनलाइन फ्राउड करना भी Cyber Crime कहलाता है।
  • PhonePe, Google pay, Paytm का इस्तेमाल करते है तो आपके पास फर्जी पेमेंट नोटिफिकेशन भेजा जाता है आपकी मोबाइल स्क्रीन पर Pay और Later का ऑप्शन आएगा अगर आपने Pay पर क्लिक कर अपना पासवर्ड इंटर कर दिया तो आपको आर्थिक छती पहुचाई जा सकती है। इस प्रकार गैर कानूनी तरीके से भेजे गए नोटिफिकेशन साइबर अपराध की श्रेणी में आते हैं।
  • किसी बैंक के नाम से आपके पास कोई मैसेज या कॉल के द्वारा आपके अकाउंट में कोई जानकारी परिवर्तन करने के नाम से या कोई सरकारी योजना के नाम से की आपके अकाउंट में पैसा आया है अगर आप लेना चाहते है तो आपसे आपके ATM नंबर लेना या CVV नंबर मांग कर आपके बैंक अकाउंट से पैसा गायब कर सकते हैं। उक्त गैर कानूनी तरीके से किया गया कार्य भी साइबर अपराध है।
  • Social Site Apps जैसे Watsaap, Facebook, Twitter, Teligram, इंस्टाग्राम पर फर्जी नाम या फर्जी आईडी बना कर गैर कानूनी तरीके से किया गया ऐसा कार्य जो आपको आर्थिक छती या आपके आईडी को हैक करने का प्रयास या आपके चाट पर कोई ऐसी लिंक सेंड करना जो आपके डाटा चुराने या आपके डाटा को नुकसान पहुंचाने का कार्य करे। इस तरह इंटरनेट द्वारा किया गया कृत्य भी साइबर अपराध कहलाता है।
  • कोरोना वैक्सीन लगवाने के नाम पर आपके मोबाइल पर आया कोई गैर कानूनी तरीके का मैसेज जिसकी लिंक पर क्लिक कर जानकारी देने पर भी साइबर क्राइम हो सकता है।

साइबर अपराध से बचने के उपाय Measures to avoid cybercrime in Hindi?

दोस्तो अगर आप साइबर क्राइम से बचना चाहते हो तो इंटरनेट सुरक्षा या साइबर सुरक्षा के बारे में नॉलेज होना बहुत जरूरी है। Cyber Crime से बचने के लिए कुछ तरीके हैं अगर आप सीख लेते है तो यकीनन मानिए आपके साथ कभी भी कोई साइबर Crime नही हो सकता। चलिए साइबर से बचने के लिए साइबर सुरक्षा को निमानुसार समझते हैं –

  1. अपनी Gmail/Email id का पासवर्ड कही पर ना लिखे और ना ही कोई मोबाइल Notepad App पर लिखें। आईडी पासवर्ड हमेशा याद रखें।
  2. समय समय पर अपनी आईडी का पासवर्ड बदलते रहे।
  3. लॉगिन यूजरनेम और पासवर्ड भी गोपनीय रखे।
  4. मोबाइल फोन और लैपटॉप में Antivirus रखें जो समय समय पर ऑटोमैटिक वायरस को नष्ट करता रहता है।
  5. मोबाइल या कंप्यूटर किसी दूसरे व्यक्ति को बेचने से पहले Google Account मे जाकर अपनी आईडी Remove जरूर करें।
  6. अनजान मैसेज लिंक या मोबाइल पर आए नोटिफिकेशन पर बिना जानकारी के क्लिक ना करे उसे remove कर दे।
  7. मनी ट्रांसफर एप जैसे SBI नेटबैंकिंग, Phone Pay, Google Pay व अन्य जो भी आप उपयोग करते हो काम होने पर तुरंत Logout करे।
  8. लोन , कौन बनेगा करोड़पति, आप बाइक जीते हैं ऐसे लालच भरे कॉल के चक्कर में ना पड़े ऐसे फर्जी नंबर को तुरंत Block करे।
  9. Google पर बहुत सी छोटी और बडी कंपनियों के नाम के फर्जी Toll Free Number होते है आपको बिना जानकारी के ऐसे नम्बर पर अपनी कोई जानकारी शेयर नही करना है। टॉलफ्री नंबर पाने का सबसे अच्छा तारिका है कि आप संबंधित कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं और वहां से टोल फ्री नंबर प्राप्त करें।
  10. अपने मोबाइल फ़ोन की सर्च हिस्ट्री भी समय समय पर Remove करते रहें।
  11. कॉल पर किसी भी सरकारी योजना या बैंक के नाम से आए फर्जी कॉल से सावधान रहें। जल्दबाजी और ऐसे कॉल पर विश्वास करना मतलब आपका डेटा चोरी हो सकता है जैसा कि आज कल हो रहा है।

और पढ़ें – रेडियम की खोज किसने की थी? । Who Discovered Radium in Hindi

Instagram पर सबसे ज्यादा Followers किसके है 2023 में

टेक्नोलॉजी के फायदे और नुकसान Advantages and Disadvantages of Technology in Hindi

साइबर सेल किसे कहते है? Who is Cyber Cell in Hindi

FAQ,s

Q: साइबर क्राइम क्या है?

Ans – इंटरनेट का उपयोग कर कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल के द्वारा किया कानून विरुद्ध कार्य या अपराध को साइबर अपराध कहते है।

Q: साइबर अपराधी क्या है?

Ans – जब एक व्यक्ति मोबाइल, कंप्यूटर में इंटरनेट का इस्तेमाल कर किसी दूसरे व्यक्ति के साथ छल कपट या धोका कर गैर कानूनी तरीके कार्य को अंजाम देता है तो उस व्यक्ति द्वारा किया गया कार्य साइबर अपराध कहलाता है। ऐसा अपराध करने वाले व्यक्ति को सायबर अपराधी कहते है।

Q: साइबर अपराध के प्रकार क्या है?

1- Identity Theft
2- Child Ponografy
3- Theft
4- Cyber Stalking
5- Malicios Software
6- Hacking

निष्कर्ष –

मुझे आशा है कि हमारी वेबसाइट Hindinote – Tech in Hindi यह लेख साइबर अपराध क्या है, साइबर अपराध से बचाव के उपाय और प्रकार क्या है? जरूर पसंद आई होगी. में हमेशा यही कोशिश करता हूं कि पाठकों को अच्छे से अच्छे लेख पूरी तरह रिसर्च करके जानकारी प्रदान की जाएं ताकि पाठकों को दूसरे Site या ineternet में उस आर्टिकल के संदर्भ में खोजने की आवश्यकता नही हैं.

इससे साइट पर आने वाले पाठकों की समय की भी बचत होगी और एक ही आर्टिकल में पूरी जानकारी मिल जाएं. अगर फिर भी आपके मन में कोई आर्टिकल को लेकर कोई प्रश्न हो तो आप आर्टिकल के कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं आपकी हेल्प की जाएगी.

यदि आपको मेरी वेबसाइट Hindinote के इस article से कुछ सीखने को मिला तो कृपया आर्टिकल को सभी सोशल नेटवर्क जैसे Facebook, Whatsapp, Instagram, Teligram पर शेयर कीजिए, धन्यवाद ।

Leave a Comment

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *