कैलकुलेटर का आविष्कार किसने किया और कब

Calculator का आविष्कार किसने किया और कब

Calculater Ka Avishkar: आप लोग तो कैलकुलेटर से भली भांति परिचित होंगे।आप अक्सर बड़ी बड़ी गिनतियों को जोड़ने घटाने या गुणा करने के लिए कैलकुलेटर का इस्तेमाल तो करते ही होंगे।क्या आप जानते है कि इतनी बड़ी बड़ी संख्याओं को फटाफट जोड़ घटा कर बताने वाले इस केलकुलेटर का अविष्कार किसने किया??आज हम आपको कैलकुलेटर के बारे में सब कुछ बताएंगे।तो आइए एक एके करके आपको इस कैलकुलेटर से जुड़ी सभी जानकारी हम आपको देते है।

कैलकुलेटर का आविष्कार किसने किया था और कब calculator Ka Avishkar Kisne Kiya

सबसे पहले 1642 में विल्हेम शिकार्ड ने कैलकुलेटर की खोज की। इन्होंने इस कैलकुलेटर को ब्लेस पास्कल का नाम दिया।इस कैलकुलेटर में केवल जोड़,घटाना और गुणा ही किया जा सकता था।धीरे धीरे इसमे सुधार करके इसमे भाग की संक्रिया को भी जोड़ दिया गया।

कैलकुलेटर क्या है? What is calculator

कैलकुलेटर एक प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है,जिसका प्रयोग किसी भी गणितीय संक्रियाओं (Arithmetical opration) को फटाफट और काफी सटीक तरीके से करने के लिए किया जाता है। कैलकुलेटर की मदद से बहुत बड़ी बड़ी गणनाओ को मात्र कुछ सेकंड में किया जा सकता है।इस लिए इसका प्रयोग काफी अधिक होता है। आजकल मोबाइल और कंप्यूटर में भी आप कैलकुलेटर का इस्तेमाल कर सकते है।

कैलकुलेटर का इतिहास History of Calculator

कैलकुलेटर का इतिहास बहुत ही पुराना है आपको बता दे की 17वी सदी तक दुनिया में यांत्रिक कैलकुलेटर इस्तेमाल किया जा रहा था 1642 में फ्रांस के वैज्ञानिक विलेहम शिकार्ड ने यांत्रिक कैलकुलेटर का आविष्कार किया।इस पहले यांत्रिक कैलकुलेटर को ब्लेज़ पास्कल का नाम दिया गया। लेकिन कहते हैं ना की आवश्यकता आविष्कार की जननी होती है,जैसे जैसे 19 सदी में दुनिया जाने लगी वैसे वैसे पूरी दुनिया में औद्योगिक क्रांति आने लगी और नई नई गणितीय ऑपरेशन को बहुत जल्दी और सटीक तरीके से करने के लिए कैलकुलेटर में नए नए बदलाव होने लगे।

1902 में अमेरिका के एक वैज्ञानिक जिनका नाम जे०एल० डॉल्टन था,उन्होंने Dalton Adding Machine की खोज की।इस मशीन की सहायता से किसी भी संख्या को जोड़ा जा सकता था।

फिर इस कैलकुलेटर में सुधार करके इसे जोड़,घटाना,गुणा और भाग की संक्रिया की जाने लगी।
1960 के दशक में इलेक्ट्रॉनिक कैलकुलेटर की खोज की गई।इसका आकार बहुत ही छोटा था,जिसे पॉकेट में रखा जा सकता था।

Modern calculator को बनाने का काम छोटे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और माइक्रोप्रोसेसर इंटेल 4000 का प्रयोग करके कैलकुलेटर बनाने वाली एक जापानी कंपनी Busicom ने शुरू किया।आज के समय मे साइंटिफिक कैलकुलेटर का भी प्रयोग हो रहा है।जो कई बड़ी बड़ी संक्रियाओं को चुटकियों में कर देते है।

दुनिया का पहला आधुनिक कैलकुलेटर world’s first modern calculator

आपको बताते हैं कि दुनिया का पहला मॉडर्न केलकुलेटर क्या था। दुनिया के पहले मॉडर्न कैलकुलेटर का नाम स्टपेड रेकोनार था।इसकी खोज ग्रोटफाइड वान लाइनबिट्स ने की थी।इसकी मदद से जोड़,घटाना, गुणा,भाग करना काफी सरल हो गया था।

दुनिया का पहला मशीनी केलकुलेटर World’s first mechanical calculator

दुनिया के सबसे पहले मशीनी केलकुलेटर का नाम अरिथोमीटर था।इसका आविष्कार 1820 में वैज्ञानिक थॉमसडे ने किया था।इसका इस्तेमाल काफी ज्यादा किया गया क्योंकि इससे जोड़, घटाना,गुणा और भाग करना बहुत आसान हो गया था।

दुनिया का पहला कीबोर्ड वाला कैलकुलेटर World’s first keyboard calculator

आपको बता दें कि मशीनी कैलकुलेटर में सुधार करके 1887 में कीबोर्ड लगा दिया गया इस कैलकुलेटर में प्रिंटिंग करने की सुविधा थी।

कैलकुलेटर के प्रकार Types of calculator

अब आपको बताते हैं कि केलकुलेटर कितने प्रकार के होते हैं।

[1] बेसिक कैलकुलेटर – ये कैलकुलेटर ये संक्रियाये कर सकता है-Add, subtract,multiply,Divide, percentage,square root,simple memory function.इसका सामान्य उपयोग छोटी गणनाओ के लिए किया जाता है।

[2] फाइनेंशियल कैलकुलेटर -ये कैलकुलेटर निम्न संक्रियाएँ कर सकते है- compound interest calculation, simple intrest calculation, cash flow, cost sell margin, multi replay, quadratic regression, time value money calculation
इस कैलकुलेटर का इस्तेमाल ज्यादातर बैंकिंग से संबंधित कार्यों के लिए किया जाता है।

[3] साइंटिफिक कैलकुलेटर – एक साइंटिफिक कैलकुलेटर ये संक्रियाएं कर सकता है- combination,degree minutes second, factorials, fraction, Logarithms,negetive indicator.

इस कैलकुलेटर का ज्यादातर प्रयोग वैज्ञानिक ऑपरेशन में होता है।

[4] ग्राफिक् कैलकुलेटर – एक ग्राफ़िक कैलकुलेटर निम्न संक्रियाएं कर सकते हैं – angle measurements,Bar chart,complex number,Dynamic graphing,logic opration, parametric,,pie chart,Random number,Root & power, statistical calculation.

Calculater से जुड़े कुछ इंटरेस्टिंग फैक्ट

कैलकुलेटर का प्रयोग केवल सामान्य गणना के लिए ही नहीं किया जाता बल्कि इसका प्रयोग बड़े-बड़े इंजीनियर वैज्ञानिक और आर्किटेक्ट द्वारा बड़ी बड़ी गणनाओ को करने में भी किया जाता है।यह लोग एडवांस कैलकुलेटर का इस्तेमाल करते हैं।

  • क्या आपको पता है कि कंप्यूटर कैलकुलेटर का ही बड़ा रूप है।कैलकुलेटर के आधार पर ही कंप्यूटर की खोज की गई थी।
  • यदि आप रियल एलसीडी कैलकुलेटर में 0.7734 लिखेंगे तो उल्टा करने पर उसमें आपको Hello लिखा हुआ दिखाई देगा।
  • अबेकस की मदद से मानव ने कैलकुलेटिंग मशीन की शुरुआत की थी।
  • क्या आप जानते हैं कि कैलकुलेटर वर्ड लैटिन वर्ड Calculare से बना है जिसका मतलब होता है पत्थर का प्रयोग करके गणना करना।
  • आपको पता है कि Casio नाम की कंपनी ने कंप्यूटर स्मार्टफोन के ऑपरेटिंग सिस्टम Android, window, iOs और Mac के लिए कैलकुलेटर का सॉफ्टवेयर बनाया जिससे हम अपने कंप्यूटर के स्मार्टफोन में भी कैलकुलेटर का इस्तेमाल कर सकते हैं।

कैलकुलेटर कैसे काम करता है How calculator works

                 कैलकुलेटर की हर बटन के नीचे membrane लगी रहती है। जब हम कैलकुलेटर की किसी बटन को दबाते हैं तो बटन दबने के साथ ही उस बटन के नीचे की membrane दब कर नीचे जाती है। जिससे कीबोर्ड सेंसर के लेयर के बीच इलेक्ट्रिकल संपर्क स्थापित होता है,और इसे कीबोर्ड सर्किट डिटेक्ट कर लेती है।प्रोसेस चिप बताती है कि किस बटन को दबाया गया है।

जिस बटन को दबाया गया रहता है, वह प्रोसेसर चिप से कैलकुलेटर के डिस्प्ले में appropriate segment को एक्टिवेट करती है।जब तक हम किसी भी ऑपरेशनल बटन (+-×÷) को नहीं दबाते हैं तब तक हम जिन संख्याओं को लिखते हैं,उन्हें प्रोसेसर डिस्प्ले पर दिखाता है।लेकिन जैसे ही हम ऑपरेशनल बटन को दबाते हैं वैसे ही वह उसकी गणना करके उसे स्टोर कर लेता है।

सेव की गई गणना के परिणाम को Small memory में सेव किया जाता है जिसे register कहते है। Register मे परिणाम को सेव करने के बाद display क्लियर हो जाती है।और कोई नई गिनती लिखने के बाद Processor chip उसे एक के बाद एक संख्या दिखाएगा और उसे भी register में सेव कर देगा।लास्ट में जब परिणाम के लिए = बटन को दबाया जाता है तो केलकुलेटर उसका रिजल्ट डिस्प्ले पर दिखा देता है।इस प्रकार कैलकुलेटर बड़ी से बड़ी संख्या के लिए किया गया कोई भी गणितीय ऑपरेशन फटाफट सेकंडों के कर देता है।

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Conclusion –

वैसे हमे लगता है कि आपको Calculator Ka Avishkar Kisne Kiya Tha Aur Kab जरूर पसंद आया होगा अगर फिर भी आपको सबसे पहले कैलकुलेटर का आविष्कार किसने किया था और कब से संबंधित जानकारी में कोई समस्या हो तो मुझे जरुर बताए।

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