आज के लेख में “Sub inspector Kaise Bane, SI Kaise Bane : योग्यता, सिलेबस, फिजीकल, सैलरी, हाईट, इंटरव्यू, (Sub inspector Kaise Bane, SI Kaise Bane : Eligibility, Syllabus, Physical, Salary, Height, Interview, Full Form in Police in Hindi in Hindi)“ की जानकारी हिंदी में बताई गई है।
अगर आप “सब इंस्पेक्टर कैसे बने : सब इंस्पेक्टर भर्ती, योग्यता, सैलरी, फिजिकल, सिलेबस, हाईट“ के बारे में संपूर्ण जानकारी जानना चाहते हैं तो आप SI Kaise Bane एक सही आर्टिकल पढ़ रहे हैं।
इस लेख में सब इंस्पेक्टर भर्ती प्रक्रिया से लेकर फाइनल सिलेक्शन तक की सही जानकारी में सब इंस्पेक्टर (SI/Sub-inspector) बनने के लिए एसआई भर्ती प्रक्रिया में आवेदन, शैक्षणिक योग्यता, आयु सीमा, हाईट, सैलरी, सिलेबस, फिजिकल टेस्ट में रनिंग, गोला फैंक, ऊंची कूद और लिखित परीक्षा के बाद इंटरव्यू तक की जानकारी बताई गई है।
चलिए जानते है सब इंस्पेक्टर क्या है, सब इंस्पेक्टर के कार्य क्या है, सब इंस्पेक्टर के कंधे पर कितने स्टार होते है, सब इंस्पेक्टर बनने के लिए आवेदन प्रक्रिया और शैक्षणिक योग्यता, सैलरी, लिखित परीक्षा, सिलेबस,फिजिकल टेस्ट और सब इंस्पेक्टर इंटरव्यू कैसे होता है।
Sub inspector Kya Hota Hai
सब इंस्पेक्टर पुलिस कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल और एएसआई से बड़ी रैंक होती है जिसे “उप-निरीक्षक” कहते है। सब इंस्पेक्टर यानी उप निरीक्षक के कंधो पर दोनो तरफ दो दो स्टार होते है। सब इंस्पेक्टर (Sub Inspector) Ti से एक नंबर छोटी रैंक होती है। टी आई के अंडर में सब इंस्पेक्टर कार्य करता है।
लेकिन कुछ परिस्थितियों में सब इंस्पेक्टर भी थाने का इंचार्ज यानी Ti का पद संभालता है जिसे हम आम भाषा में थानेदार कहते हैं।
SI Full Form in Police in Hindi
SI का फूल फॉर्म Sub Inspector होता है। Sub inspector का हिंदी मीनिंग “उप निरीक्षक“ होता है। सब इंस्पेक्टर (Sub Inspector) का शॉर्ट फार्म एसआई (Si) होता है।
Sub Inspector Kaise Bane | Si Kaise Bane
सब इंस्पेक्टर (उप-निरीक्षक) बनने के दो तरीके होते है। पहला डायरेक्ट भर्ती प्रक्रिया एग्जाम देकर और दूसरा कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल और एएसआई से प्रमोशन होकर सब इंस्पेक्टर बनना।
चलिए पहले आपको डायरेक्ट सब इंस्पेक्टर (Sub Inspector) कैसे बनते हैं और सब इंस्पेक्टर की भर्ती प्रक्रिया, योग्यता, आवेदन प्रक्रिया, दस्तावेज, एग्जाम, सिलेबस, फिजिकल, फिटनेस टेस्ट, इंटरव्यू, फाइनल सिलेक्शन, वेरिफिकेशन, चरित्र सत्यापन, मेडिकल परीक्षण, फाइनल सिलेक्शन और सैलरी के बारे में विस्तार से पूरी जानकारी बताते हैं।
डायरेक्टर सब इंस्पेक्टर (Sub Inspector) एसआई बनने के लिए भर्ती प्रक्रिया के दौरान निम्न माफ दंड यानि सब इंस्पेक्टर भर्ती नियम को पास करना जरुरी है –
सब इंस्पेक्टर शैक्षणिक योग्यता –
सब इंस्पेक्टर (Sub Inspector) शैक्षणिक योग्यता में किसी भी शासकीय या प्राइवेट महाविद्यालय (कॉलेज) से ग्रेजुएशन पास होना जरूरी है। आपको बता दें कि 12वीं के बाद सब इंस्पेक्टर के लिए आवेदन नहीं कर सकते इसके लिए आपको ग्रेजुएशन उत्तीर्ण करना अनिवार्य होता है। अब आपको पता चल गया कि सब इंस्पेक्टर बनने के लिए शैक्षणिक योग्यता क्या क्या होना चाहिए।
आवेदन प्रक्रिया –
सब इंस्पेक्टर आवेदन करने की प्रक्रिया में आपके पास जाति प्रमाण, पत्र आय प्रमाण पत्र, मूल निवासी प्रमाण पत्र, 10वीं ,12वीं एवं ग्रेजुएशन की मार्कशीट होना अनिवार्य है। भारत सरकार द्वारा भारत के हर राज्य में अलग-अलग में अलग-अलग समय पर सब इंस्पेक्टर की भर्तियां निकाली जाती है। अगर आप वक्त सभी डाक्यूमेंट्स रखते हैं और ग्रेजुएशन कंपलीट किए हैं तो आप सब इंस्पेक्टर परीक्षा में आवेदन कर सकते हैं।
जब भी किसी राज्य में सब इंस्पेक्टर की भर्ती हेतु विज्ञप्ति निकाली जाती है उस विज्ञप्ति में सब इंस्पेक्टर की भर्ती में आवेदन करने वाले योग्य उम्मीदवारों को जरूरी दस्तावेजों और आवेदन दिनांक की जानकारी दी जाती है। विज्ञप्ति में देखकर आप निश्चित दिनांक को उक्त दस्तावेज लेकर किसी भी ऑनलाइन सेंटर पर जाकर सब इंस्पेक्टर भर्ती के लिए आवेदन कर सकते हैं।
सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा पैटर्न –
सब इंस्पेक्टर बनने के लिए आवेदन प्रक्रिया के बाद आपका एक एग्जाम लिया जाता है। अगर आप भी सब इंस्पेक्टर बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको सब इंस्पेक्टर की लिखित परीक्षा पास करनी होती है जिसमें आप से अलग अलग विषय पर कुछ क्वेश्चन पूछे जाएंगे जिसमें आपको अधिक से अधिक नंबर लाकर सेलेक्टेड लिस्ट में शामिल होकर सब इंस्पेक्टर यानि Si बन सकते है।
मध्य प्रदेश पुलिस सब इंस्पेक्टर (Sub Inspector) परीक्षा मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल (MPPEB) द्वारा आयोजित की जाती है। जिसे आप निम्न टेबल अनुसार समझ सकते हैं –
भर्ती बोर्ड | मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल (MPPEB) |
नाम परीक्षा | एमपी पुलिस सब इंस्पेक्टर |
परीक्षा लेबल | राज्य स्तरीय |
एग्जाम मोड | ऑनलाइन |
परीक्षा की भाषा | हिंदी और अंग्रेजी |
चयन प्रक्रिया | 1. लिखित परीक्षा 2. फिजिकल टेस्ट 3. साक्षात्कार (इंटरव्यू) 4. वेरीफिकेशन 5. मेडिकल परीक्षण 6. फाइनल सिलेक्शन |
MPPEB ऑफिशियल वेबसाइट | peb.mp.gov.in |
सब इंस्पेक्टर सिलेबस –
सब इंस्पेक्टर पाठ्यक्रम (Syllabus) में विज्ञान (रसायन, भौतिक, गणित), हिंदी, अंग्रेजी और सामान्य ज्ञान जैसे विषय में से क्वेश्चन एसआई की परीक्षा में आते हैं। चलिए सब इंस्पेक्टर सिलेबस को समझाते हैं जिसमें आपको पता चलेगा कि एसआई सिलेबस में पूछे जाने वाले कौन सा विषय कितना अंक का आता है और कितने समय में पेपर हल करना होता है।
क्रमांक | पेपर विषय | पद कैटेगरी | समय | अंक |
1. | रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, गणित | रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, गणित | 2 घंटे | 100 अंक |
2. | हिंदी , अंग्रेजी | तकनीकी/ अतकनीकी | 2 घंटे | 100 अंक |
3. | सामान्य ज्ञान | तकनीकी/ अतकनीकी | 2 घंटे | 100 अंक |
एसआई (Sub Inspector) का सिलेबस पुरुष उम्मीदवार और महिला उम्मीदवार दोनों के लिए एक जैसा होता है।
सब इंस्पेक्टर शारीरिक योग्यता –
सब इंस्पेक्टर परीक्षा में शारीरिक योग्यता पुरुष उम्मीदवार और महिला उम्मीदवारों की अलग-अलग होती है। सब इंस्पेक्टर शारीरिक योग्यता में ऊंचाई और छाती के लिए कुछ माफदंड होते है जो निम्नानुसार है –
विवरण | पुरुष उम्मीदवार | महिला उम्मीदवार |
ऊंचाई | 167.5 सेंटी मीटर | 152.4 सेंटीमीटर |
छाती | 81.86 सेंटी मीटर | Nil |
• आवेदक की न्यूनतम उम्र 21वर्ष तथा अधिकतम उम्र 28 वर्ष होना चाहिए.
• Reserve category उम्मीदवार को अधिकतम उम्र-सीमा में छुट दिया जाता है.
• SC/ST अभ्यर्थी को 5 वर्ष का और OBC अभ्यर्थी को 3 वर्ष का छुट दिया जाता है.
सब इंस्पेक्टर फिजिकल टेस्ट –
सब इंस्पेक्टर की फिजिकल में पुरुष और महिलाओं को अलग-अलग फिजिकल टेस्ट को पास करना होता है जिसमें लंबी कूद, गोला फेंक और रनिंग आदि शामिल होते है। चलिए सब इंस्पेक्टर शारीरिक परीक्षा (Sub Inspector Physical) में शमिल माफदंड को टेबल अनुसार समझते हैं –
विवरण | पुरुष | महिला | रिटायर्ड सैनिक |
800 मीटर दौड़ | 2 मिनिट 40 सेकेण्ड | 3 मिनिट 30 सेकेण्ड | 3 मिनिट 15 सेकेण्ड |
लम्बी कूद | 13 फिट | 10 फीट | 10 फिट |
गोला फैंक | 19 फिट | 19 फिट | 15 फिट |
गोला फैंक वजन | 7.260 किलो ग्राम | 7.260 किलो ग्राम | 7.260 किलो ग्राम |
सब इंस्पेक्टर इंटरव्यू –
जब आप सब इंस्पेक्टर की लिखित परीक्षा और फिजिकल टेस्ट दोनों पास कर लेते हैं तो उसके बाद आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। आपको बता दें कि इंटरव्यू में फिक्स नहीं होता है कि आपसे कोई विशेष सब्जेक्ट में से कोई विशेष प्रश्न पूछे जाएंगे। इंटरव्यू में आपका बोलचाल, आपका पहनावा, आपका आचरण, आपका टैलेंट, इन सभी चीजों का समावेश देखा जाता है। और आपसे कुछ प्रश्न भी पूछे जाएंगे जिनका उत्तर आपको देना होता है कोशिश करें कि उत्तर सही दे, अगर किसी प्रश्न का सही नहीं दे पा रहे हैं तो सॉरी सर बोलकर अपना जवाब खत्म करें। इंटरव्यू में कभी भी ओवर स्मार्ट न बने।
इंटरव्यू मैं भी कुछ अंक आपको मिलते हैं जो आपकी लिखित परीक्षा में ऐड होकर फाइनल सिलेक्शन की लिस्ट जारी होती है।
सब इंस्पेक्टर फाइनल सिलेक्शन –
दोस्तों सब इंस्पेक्टर (Sub Inspector) बनने के लिए ऊपर दिए गए अनुसार आपको लिखित परीक्षा पास करनी होती है। उसके बाद आपको फिजिकल टेस्ट भी पास करना होता है। लिखित परीक्षा और फिजिकल टेस्ट दोनों पास करने के बाद आपका इंटरव्यू टेस्ट लिया जाता है ।
अगर आप सब इंस्पेक्टर बनने के लिए लिखित परीक्षा, फिजिकल टेस्ट, इंटरव्यू तीनों पास कर लेते हैं तो उसके बाद फाइनल सिलेक्शन की मेरिट लिस्ट जारी होती है। अगर उक्त तीनों पास करने के बाद आपका नाम आता है तो फिर आप का फाइनल सिलेक्शन हो जाता है। उसके बाद आप सब इंस्पेक्टर यानि एसआई (Sub-Inspector) बन जाते हैं। लेकिन इसके बाद भी आपको कुछ मापदंड है जिन्हें पूरा करना होता है।
सब इंस्पेक्टर चरित्र सत्यापन –
सब इंस्पेक्टर का पद एक प्रकार से देखा जाए तो अन्याय से लोगो को न्याय दिलाना होता है। इसलिए कर्मचारी चयन आयोग जिस जगह पर सब इंस्पेक्टर की पोस्टिंग होना है उन संबंधित विभागों को आदेशित करता है कि पहले आप सिलेक्टेड सब इंस्पेक्टरों का चरित्र सत्यापन उनके छेत्र के थाना क्षेत्र से प्राप्त करे।
अगर सिलेक्टेड सब इंस्पेक्टर के विरुद्ध उसके गांव, शहर के थाने में कोई अपराध पंजीबद्ध है तो उसको सब इंस्पेक्टर का पद नहीं दिया जाएगा। अगर कोई मुकदमा उसके ऊपर नहीं चला है तो उसका विवरण भी प्राप्त करें। जिनके ऊपर कभी कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है उनको फाइनल सिलेक्शन हो जाता है।
Sub inspector मेडिकल परीक्षण –
जब वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूर्ण हो जाती है तो उसे समय उसी जिले के शासकीय चिकित्सालय में पुलिस मुख्यालय की तरफ से सभी सब इंस्पेक्टरों का मेडिकल परीक्षण कराया जाता है। मेडिकल परीक्षण में आंख, कान, पेरो का परीक्षण डॉक्टर द्वारा किया जाता है।
इस मेडिकल परीक्षण में फिट होने वाले सब इंस्पेक्टर को जोइनिंग दे दी जाती है और अनफिट होने वाले सब इंस्पेक्टरों को जोइनिंग नहीं दी जाती है। इसलिए अगर आपके शरीर में ऐसी कोई समस्या है तो आप इसको पहले से ही किसी भी डॉक्टर को दिखा ले, आपको पता होना चाहिए कि मेरे शरीर में ऐसी कोई समस्या तो नहीं है जिससे मुझे सिलेक्शन के बाद भी बाहर किया जा सकता है।
सब इंस्पेक्टर मेडिकल परीक्षण में ज्यादातर 99% सब इंस्पेक्टर उम्मीदवार पास होते हैं इसमें ज्यादा कुछ समस्या होती नहीं है। एक परसेंट उम्मीदवारी ऐसे होते हैं जिनको थोड़ी बहुत समस्या होती है।
एसआई कैसे बने । SI Kaise Bane
सब इंस्पेक्टर की ट्रैनिंग: जब आप सब इंस्पेक्टर की सभी परीक्षाएं पास कर लेते हैं और संबंधित जिले में पोस्टिंग दे देते हैं उसके बाद आपको कुछ समय उस जिले में रहने के बाद ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता है। सब इंस्पेक्टर की ट्रेनिंग में शारीरिक श्रम करा जाता है जिसमें फिजिकली मेहनत बहुत करना पड़ता है। साथ ही ट्रेनिंग सेंटर में कानून की किताबें भी पढ़ाई जाती है। इसके अलावा आपको सभी प्रकार के गन चलाना गंज के बारे में बारी की जानकारियां दी जाती है और पुलिस विभाग में होने वाली अपराधों की विवेचना के बारे में भी समझाया जाता है।
शारीरिक श्रम, कानूनी किताबें पढ़ाकर और गन्स के बारे में जो कुछ भी ट्रेनिंग के दौरान पढ़ाया जाता है बाद ही बाद में उसका एग्जाम भी होता है। अगर आप यह एक्जाम पास कर लेते हैं तो उसके बाद आपको ट्रेनिंग सेंटर से जहां पर आप की पोस्टिंग हुई है उस जिले में आपको वापस भेज दिया जाता है। और फेल होने वाले सब इंस्पेक्टर को भी संबंधित जिले में भेज दिया जाता है।
लेकिन फेल होने वाले इंस्पेक्टरों को कुछ महीनों बाद दोबारा परीक्षा के लिए ट्रेनिंग सेंटर में बुलाया जाता है और दोबारा उनकी परीक्षा ली जाती है जिसको पास करना अनिवार्य होता है।
सब इंस्पेक्टर की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद सब-इंस्पेक्टर/ SI पद पर राज्य के किसी पुलिस थाने या चौकी में नियुक्ति होती है। जहां सब इंस्पेक्टर अपराधो की विवेचना करता है।
सब इंस्पेक्टर की सैलरी –
सब इंस्पेक्टर की सैलरी (sub inspector salary) शुरूआत में करीबन 28,000 रू महीने होती है। जैसे-जैसे सब इंस्पेक्टर की नौकरी पुरानी होती जाती है 10, 15 साल होने के बाद एवं महंगाई भत्ता लगने के बाद एसआई की तनख्वा 1,00000 लाख से ऊपर मिलती है। जैसे जैसे महंगाई बढ़ती है वैसे वैसे ही तनख्वाह भी बढ़ती चली जाती है।
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सब इंस्पेक्टर के कर्तव्य और अधिकार – Duties of Sub Inspector in Hindi
सब इंस्पेक्टर के कुछ कर्तव्य और अधिकार होते है जिनका पालन सब इंस्पेक्टर (उप निरीक्षक) को करना पढ़ता है।
Sub Inspector के कर्तव्य – TI की अनुपस्थिति में सब इंस्पेक्टर थाने का मुखिया होता है थाने के सभी फैसले सब इंस्पेक्टर लेता है। थाने में पदस्थ सभी पुलिस कर्मचारी SI के अंडर में कार्य करते हैं, थाने में कुछ छेत्र गांव और शहर दिया जाता है जिनकी जिम्मेदारी सब इंस्पेक्टर की होती है।
अपने अधिकार क्षेत्र में विधि और व्यवसथ बनाए रखना, अपराधों की जाँच करना, अपराधियों को गिरफ्तार करना, लोगों और संपत्ति की अवैध कार्यों के जोखिमों से सुरक्षा करना सब इंस्पेक्टर के मुख्य कार्य होते है।
कुछ स्थानों पर अब देखते हैं कि सब इंस्पैक्टर ही एसएचओ के पद यानि Ti होता है। आपको बता दें कि सब इंस्पेक्टर को भी SP चाहे तो थाने का एसएचओ बना सकता है। वर्तमान समय में सब इंस्पेक्टर है 50 परसेंट थानों के एसएचओ पद पर बैठे हैं। सनी सब इंस्पेक्टर ही थाने के टीआई (एसएचओ) पद को संभाल रहे हैं।
इसलिए जो कर्तव्य और अधिकार टी आई के होते हैं वही अधिकार सब इंस्पेक्टर को किसी थाने का इंचार्ज बना देने पर होते हैं।
सब इंस्पेक्टर के अधिकार– जब टीआई की अनुपस्थिति में या फिर स्वयं सब इंस्पेक्टर किसी थाने का इंचार्ज होता है तो उसके कुछ अधिकार भी होते है। सब इंस्पेक्टर थाना क्षेत्र में अगर कोई अवेध कार्य जो शासन ने नियमों के विरुद्ध है उस पर कार्यवाही कर सकता है। अपराधो की FIR कर उनकी विवेचना भी करता है, ओर छेत्र की गतिविधि पर स्वयं और सूचना संकलन पुलिस कर्मचारी की मदद से जानकारी एकत्र करता है।
सब इंस्पेक्टर थाना प्रभारी को सभी अपराधो की विवेचना करने का अधिकार प्राप्त होता हैं जैसे IPC की धारा 376, 302, 420 व अन्य छोटे रैंक वाले पुलिस कर्मचारी को छोटी धाराओं में विवेचना करने का अधिकार है। SI को अपने अधीन काम करने वाले पुलिस आरक्षक, प्रधान आरक्षक, ASI को 5 दिन छूटी देने का अधिकार भी होता है।
थाने में सब इंस्पेक्टर से छोटे पद पर ASI (सहायक उप निरीक्षक) जिसके कंधे पर एक स्टार होता है, प्रधान आरक्षक (Head Constabale), आरक्षक (Constable) तैनात होते है। सब इंस्पेक्टर के अधीनस्थ थाने में एक प्रधान आरक्षक को ड्यूटी इंचार्ज बनाया जाता है जो थानेदार की देख रेख मे सभी स्टॉफ की बारी-बारी से ड्यूटी लगता है जिसे थाने का HCM बोलते है जो रोजनामचा में ड्यूटी लिखता है। रोजनामचा में दैनिक ड्यूटी का ब्योरा व सभी FIR विवेचना की जानकारी सब इंस्पेक्टर की देख रेख की जाती है वैसे कुछ समय से पुलिस विभाग मे ये सब कार्य ऑनलाइन CCTNS पर ऑनलाइन होता है।
सब इंस्पेक्टर और एसएचओ में अंतर क्या है?
एसएचओ थाने के मुखिया के पद पर बैठे हुए अधिकारी को कहते हैं। अधिकांश हम देखते हैं कि टीआई जिसके कंधे पर 3 स्टार होते हैं वह थाने का एसएचओ कहलाता है क्योंकि उस वक्त में थाने का इंचार्ज होता है। अगर टीआई थाने का इंचार्ज ना हो तो वह एसएचओ नहीं कहलाएगा वह सिर्फ टीआई ही कहलाएगा। कुछ स्थानों पर जब सब इंस्पेक्टर ही थाने का मुखिया होता है, उस समय थाने का एसएचओ सब इंस्पेक्टर ही होता है।
उक्त पैराग्राफ में दी गई जानकारी से आपको पता चल गया होगा कि सब इंस्पेक्टर और एसएचओ में कोई अंतर नहीं होता है यह एक पद होता है। इस पद पर सब इंस्पेक्टर होता है तो वह थाने का एसएचओ होगा और अगर टीआई होगा तो वह एसएचओ होगा।
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FAQ,s : Sub Inspector Kaise Bane
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Q- 12वीं के बाद सब इंस्पेक्टर कैसे बने?
Ans – 12वीं पास करने के बाद डायरेक्ट सब इंस्पेक्टर बनने का प्रावधान वर्तमान समय में नहीं है। सब इंस्पेक्टर बनने के लिए आपको किसी भी मान्यता प्राप्त प्राइवेट या सरकारी कॉलेज से ग्रेजुएशन उत्तीर्ण अनिवार्य होता है।
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Q- सब इंस्पेक्टर बनने के लिए कौन सी पढ़ाई करनी चाहिए?
Ans – सब इंस्पेक्टर बनने के लिए सबसे पहले आपको ग्रेजुएशन उत्तीर्ण करना होता है। उसके बाद आपको सब इंस्पेक्टर की परीक्षा में पूछे जाने वाले विषय की तैयारी अलग से करना पड़ता है।
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Q- सब इंस्पेक्टर का इंटरव्यू होता है क्या?
Ans – हा सब इंस्पेक्टर (Sub Inspector) का साक्षात्कार (इंटरव्यू) होता है।
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Q- सब इंस्पेक्टर के लिए कितनी उम्र चाहिए?
Ans – 1. सब इंस्पेक्टर के लिए आवेदक की न्यूनतम उम्र 21 वर्ष तथा अधिकतम उम्र 28 वर्ष होना चाहिए।
2. Reserve category उम्मीदवार को अधिकतम उम्र-सीमा में छुट दिया जाता है.
3. SC/ST उम्मीदवार को 5 वर्ष का और OBC अभ्यर्थी को 3 वर्ष का छुट दिया जाता है। -
Q- इंस्पेक्टर के ऊपर कौन होता है?
Ans – सब इंस्पेक्टर के ऊपर की रैंक पर जिला लेबल पर TI, SDOP, Additional Sp और SP होता है।
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Q- सब इंस्पेक्टर के क्या कार्य होते हैं?
Ans – Sub Inspector के कर्तव्य – TI की अनुपस्थिति में सब इंस्पेक्टर थाने का मुखिया होता है थाने के सभी फैसले सब इंस्पेक्टर लेता है। थाने में पदस्थ सभी पुलिस कर्मचारी SI के अंडर में कार्य करते हैं, थाने में कुछ छेत्र गांव और शहर दिया जाता है जिनकी जिम्मेदारी सब इंस्पेक्टर की होती है।
अपने अधिकार क्षेत्र में विधि और व्यवसथ बनाए रखना, अपराधों की जाँच करना, अपराधियों को गिरफ्तार करना, लोगों और संपत्ति की अवैध कार्यों के जोखिमों से सुरक्षा करना सब इंस्पेक्टर के मुख्य कार्य होते है।
निष्कर्ष –
मुझे आशा है कि आपको मेरा यह लेख- “सब इंस्पेक्टर कैसे बनते है – सब इंस्पेक्टर क्या होता है” – जरूर पसंद आया होगा। में हमेशा यही कोशिश करता हूं कि पाठकों को अच्छे से अच्छे लेख पूरी तरह रिसर्च करके जानकारी प्रदान करू ताकि पाठकों को दूसरे Site या ineternet में उस आर्टिकल के संदर्भ में खोजने की आवश्यकता नही हैं। इससे साइट पर आने वाले पाठकों की समय की भी बचत होगी और एक ही आर्टिकल में पूरी जानकारी मिल जाएं।
अगर फिर भी आपके मन में कोई आर्टिकल को लेकर कोई प्रश्न हो तो आप आर्टिकल के कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं आपकी हेल्प की जाएगी.
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