नमस्कार दोस्तों, HindiNote वेबसाइट पर आपका स्वागत है। आज के लेख में Internal Linking क्या है, Website Internal Linking कैसे करें?। What is Internal linking, How to do website internal linking in hindi?. की पूरी जानकारी हिंदी भाषा में दी गई है।
वेबसाइट पर पोस्ट लिखकर अपलोड करना आसान है लेकिन वेबसाइट पोस्ट का का SEO करना बहुत कठिन होता है। SEO का ही एक महत्वपूर्ण पार्ट है Internal Linking, अगर आप इंटरनल लिंकिंग के बारे में अच्छे से समझ जायेंगे और सही से इस्तेमाल करना सीख जायेंगे तो यकीनन मानिए आपकी वेबसाइट पर बहुत सारा Organic Traffic आने वाला है।
आज के आर्टिकल में POST SEO के पार्ट इंटरनल लिंक से संबंधित आपके सभी Questions के Answere मिलने वाले है। जब आप अपनी वेबसाइट पोस्ट या पेज का SEO करते है तब आपके दिमाग में INTERNAL LINK SEO (आंतरिक लिंक) से संबंधित प्रश्न आते होंगे जैसे कि – इंटरनल लिंकिंग क्या है?, इंटरनल लिंकिंग कैसे करते है?, SEO करने के लिए Internal Linking क्यों और कैसे करें?, इंटरनल लिंकिंग करने के फायदे?, Blog Post me Internal Link kaise kare?, आदि। ये लेख पूरा पढ़ने के बाद आपको इंटरनल लिंकिंग SEO का पूरा नॉलेज हो जायेगा और लेख में बताए अनुसार आप अपनी वेबसाइट मे भी इंटरनल लिंक इस्तेमाल करेंगे तो Google, Yahoo, Bing जैसे Search इंजनों से आपके वेबसाइट पर Organic Traffic आना शुरू हो जाएगा।
Internal Linking Kya Hai?
इंटरनल लिंक का मतलब है कि जब हम कोई, एक वेबसाइट पर किसी पेज या पोस्ट के अंदर जाकर उसी वेबसाइट की दूसरे पेज या पोस्ट की लिंक को जोड़ते है तो इसे इंटरनल लिंकिंग कहते है। आप अक्सर कोई भी बड़ी वेबसाइट की पोस्ट को पड़ते है जैसे जैसे आप स्क्रॉल करते थोड़ा नीचे जाते है और फिर आपको यह भी पढ़ें:- लिखा हुआ नजर आएगा और उसके नीचे दूसरी पोस्ट की 3-4 लिंक नजर आती है इन्ही पोस्ट लिंको को इंटरनल लिंक कहते है। जैसा कि आप मेरी ही एक पोस्ट का Screen Shot के द्वारा समझ या देख सकते हो।
Internal Linking Kaise kare?
इंटरनल लिंकिंग करने के लिए सबसे पहले आपको अपने WordPress Admin Penal पर जाना पड़ेगा। आगे अब आपको क्या करना है, निम्नानुसार समझते है –
- वर्डप्रेस एडमिन पैनल पर Post आइकन पर क्लिक करें।
- उसके बाद All Posts ऑप्शन पर क्लिक करें।
- अब जितना भी पोस्ट किया है आपने अभी तक वेबसाइट पर अपलोड की है उन सभी की लिस्ट मिल होगी।
- अब उस पोस्ट के उपर क्लिक करें जिसमें आप इंटरनल लिंकिंग करना चाहते हैं।
- यहा पर आपकी पोस्ट एडिट मोड में ओपन हो जाएंगी इस पोस्ट में कम से कम कोशिश करें कि तीन हेडिंग के पेराग्राफ के नीचे इंटरनल लिंकिंग करें।
- जिस पैराग्राफ के नीचे इंटरनल लिंकिंग करना चाहते हैं, एक बार एंटर दबाकर स्पेस देकर लिखे ” यह भी पढ़ें : -” अगर आपकी वेबसाइट इंग्लिश में है तो Read More टाइप करें।
- जैसे कि आप नीचे दी गई फोटो के द्वारा समझ सकते हैं।
- अब आपको यह भी पढ़ें लिखने के बाद एक बार इंटर दबाकर स्पेस बनाए।
- खाली स्पेस वाली जगह पर आप जो भी पोस्ट की लिंक जोड़ना चाहते है उसके टाइटल को कॉपी कर यह पर पास्ट करे।
- अब आप कंप्यूटर का इस्तेमाल करते है तो माउस से और मोबाइल का उपयोग करते है तो उंगली से जो टाइटल आपने Past किया था उसको पूरे को सेलेक्ट करें।
- सेलेक्ट करते ही आपको उपर पट्टी में कुछ ऑप्शन दिखाई देंगे जिनमे से आपको लिंक वाले ऑप्शन को क्लिक करना है, जैसा की आप फोटो में देख सकते हो –
- इसके बाद आपको जो लिंक वाला ऑप्शन उपर की तरफ दिखाई दे रहा होगा उस पर क्लिक करें, क्लिक करते ही एक लिंक बॉक्स ओपन हो जायेगा उसमे आप जिस भी पोस्ट की लिंक यानी URL Linking करना चाहते हो उसे यह Past करे और Enter या Ok बटन Press करे।
- इस प्रकार आपने जो टाइटल यह यहां डाला था उसमे लिंक एड हो जायेगी और आपका टाइटल का कलर चेंज होकर नीले में बदल जाएगा।
- अब अगर आप इस लिंक पर क्लिक करोगे तो आपको यह लिंक उसी पोस्ट पर ले जायेगी जिसका आपने url past किया था।
Internal Linking करने के फायदे?
SEO में Internal Linking का महत्व और फायदे जानना भी आपके लिए बहुत जरूरी है। अगर वेबसाइट की पोस्ट में इंटरनल लिंकिंग नही होगी तो रैंक होने के चांस कम होते है लेकिन अगर आप SEO INTERNAL LINKING करते हो तो जो भी पोस्ट आपकी रैंक करेगी उसके इस पर भी Organic Traffic आने लगेगा।
निम्नानुसार internal linking ke fayde के बारे में जानते है –
Organic Traffic बडेगा –
वेबसाइट पर बहुत लेख होते है, लेकिन कुछ लेख ऐसे होते है जो वायरल हो जाते है या आप ऐसा भी कह सकते हो कि जिस पोस्ट पर ORGANICE TRAFFIC अपने आप आता हो। अच्छी Traffic पोस्ट के अंदर ऐसी पोस्ट की लिंक जोड़ना जो नई हो या फिर जिस पर ट्रैफिक नही आ रहा हो। internal Linking करने के 24 घंटे में ही नई पोस्ट या जिस पर ट्रैफिक नही आ रहा होता है उस पर भी ऑर्गेनिक ट्रैफिक आने लगता है।
CTR/BOUNCE RATE में सुधार –
जब भी किसी पोस्ट के अंदर किसी दूसरी पोस्ट को इंटरनल लिंकिंग करे तो यह हमेशा ध्यान रखे दोनो पोस्ट की कैटेगरी एक हो या जिनमे किसी एक टॉपिक्स के बारे में बताया गया हो। जैसे किसी पोस्ट में किसी व्यक्ति के जीवन परिचय के बारे में बताया गया हो और उसमे इंटरनल लिंकिंग में कोई टेक्नोलॉजी वाली लिंक जोड़ते हो तो आपका बाउंस रेट बड़ जायेगा।
संबंधित पोस्ट में संबंधित पोस्ट को इंटरनल लिंकिंग करने से आपकी वेबसाइट पर एक पोस्ट से दूसरी पोस्ट को लोग पढ़ने जायेंगे और अधिक समय तक वेबसाइट पर रहेंगे।
कुछ समय में ही आपका Organic Traffic increase होने लगेगा और आपका CTR और Bounce Rate में सुधार होने लगेगा।
Article Fast Index –
कभी कभी हमारी पोस्ट कही दिनों तक गूगल में इंडेक्स नही होती है, लेकिन नई पोस्ट को पुरानी पोस्ट में लिंकिंग करने से या पुरानी पोस्ट को नई पोस्ट में लिंकिंग करने से Google bot को समझने में मदद मिलती है जिसके चलते हमारी पोस्ट जल्दी index हो जाती है।
SEO Friendly Post –
अगर हम सही तरीके से 3-4 पोस्ट को किसी एक पोस्ट में Internal Linking करते है तो SEO हरे निशान में आ जाता है जिसका मतलब यह है कि अब आपकी पोस्ट SEO Friendly बन जाती है जिससे पोस्ट Improvment होता है और ट्रैफिक बढ़ता है।
Google का भरोसा बड़ेगा –
सही प्रकार से इंटरनल लिंक करते है और कोई भी विजिटर आपकी वेबसाइट की एक पोस्ट से दूसरी पोस्ट पर जाकर अधिक समय तक आर्टिकल पढ़ता है तो गूगल आपकी वेबसाइट पर भरोसा करने लगता है। आपकी वेबसाइट को गूगल धीरे धीरे ऊपर लाने लगता है।
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बारकोड क्या है, इसका आविष्कार किसने किया था ?, What is a bar code in Hindi
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FAQ,s
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internal Linking Kya Hai?
इंटरनल लिंक का मतलब है कि जब हम, कोई एक वेबसाइट पर किसी पेज या पोस्ट के अंदर जाकर उसी वेबसाइट की दूसरे पेज या पोस्ट की लिंक को जोड़ते है तो इसे इंटरनल लिंकिंग कहते है।
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SEO के लिए Internal Linking क्यों जरूरी है?
SEO Improvment होने से Post SEO Friendly हो जाती है और गूगल बोट हमारी नई पोस्ट को Crawal कर index करता है, गूगल हमारी पोस्ट को अन्य पोस्टों की तुलना में अधिक महत्व देता है पोस्ट को धीरे धीरे उपर लाने लगता है जिससे Organic Traffic बड़ने लगता है।
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Internal Linking करने के फायदे?
1- Organic Traffic बडेगा।
2- CTR/BOUNCE RATE में सुधार होगा।
3- Article Fast Index (पोस्ट जल्दी इंडेक्स होगा)।
4- SEO Friendly Post बनती है जिससे google को समझने में मदद मिलती है।
5- वेबसाइट Domain पर Google का भरोसा बड़ेगा। -
Kya Hai Internal Linking?
इंटरनल लिंक का मतलब है कि जब हम, कोई एक वेबसाइट पर किसी पेज या पोस्ट के अंदर जाकर उसी वेबसाइट की दूसरे पेज या पोस्ट की लिंक को जोड़ते है तो इसे इंटरनल लिंकिंग कहते है।
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SEO में Internal Linking क्या होता है?
किसी भी पोस्ट में इंटरनल लिंकिंग करने से वो पोस्ट SEO के मुताबिक हो जाती है जिसका सीधा सीधा इंपैक्ट वेबसाइट ट्रैफिक पर पड़ता है। पोस्ट में इंटरनल लिंकिंग नही करने से पोस्ट SEO फ्रेंडली नही बन पाती है और SEO Signal Red निशान में चला जाता है जो वेबसाइट पर बुरा असर डालता है।
आज क्या सीखा-
मुझे आशा है कि हमारी वेबसाइट HindiNote के इस लेख “Internal Linking क्या है, Website Intenal Linking कैसे करें?” जरूर पसंद आई होगी. में हमेशा यही कोशिश करता हूं कि पाठकों को अच्छे से अच्छे लेख पूरी तरह रिसर्च करके जानकारी प्रदान की जाएं ताकि पाठकों को दूसरे Site या ineternet में उस आर्टिकल के संदर्भ में खोजने की आवश्यकता नही हैं।
इससे साइट पर आने वाले पाठकों की समय की भी बचत होगी और एक ही आर्टिकल में पूरी जानकारी मिल जाएं. अगर फिर भी आपके मन में कोई आर्टिकल को लेकर कोई प्रश्न हो तो आप आर्टिकल के कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं आपकी हेल्प की जाएगी. यदि आपको मेरी वेबसाइट HindiNote के इस article से कुछ सीखने को मिला तो कृपया आर्टिकल को सभी सोशल नेटवर्क जैसे Facebook, Whatsapp, Instagram, Teligram पर शेयर कीजिए, धन्यवाद।
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internal link kya hai, yeh bhi kafi achhi jankar hai. aap jo bhi article likhte ho sabhi achhi hi hote hai..me apke sabhi article read karte hai
Thanks. Technical ARUN JI
internal link kya hai,aapki is posst ko pura 20 minuets padhaa ha, yeh jaankari kafi achhi hai .thankss…
good work
Internal link key baare me ache se btaya gya hai Iss post me..very good.
Internal link ke bare me apke dwara pradan ki gayi jankari bahut hi kaam ki hai.